लाशों का खेल
ये कहानी उत्तराखंड की है यहां बहुत दूरी पर खंडर पढ़ा बहुत बड़ा मकान होता है उसमे लोग बताते है की उस मकान में बहुत सारे आत्मा का बास होता है जैसे ही लोग आत्मा की बात आती है तो कोई भी अपनी जान नही देना चाहते है क्योंकि सब लोग जीना चाहते है और किसी को मरना नही होता है ये मकान बहुत सालो से बंद पढ़ा है इसके चारो ओर बहुत सारी बंजर जमीन पड़ी है कोई भी उस जमीन पर कब्जा नही करता है और न ही कोई खेत करना चाहता है लोग बताते है अगर कोई रात के समय उस मकान में पहुंच जाए तो सायद ही बच सके क्योंकि बहा तो मौत को दावत देना है आज के टाइम में इसे भी बहुत लोग है जो आत्मा को नही मानते हैं और सब कुछ झूट बताते है एक डायरेक्टर उस मकान में लाइव सूटिंग करने की सोचता है पहले तो बो उसमे हॉरर स्टोरी फिल्म करना चाहता था लेकिन ये फिल्म करने के लिए कोई भी तैयार नही होता है फिर उसके दिमाग में एक नया आइडिया आता है और बो उस पर काम करने के बारे में सोचता है उस जगह पर सरकार ने सीधा नोटिस बोड लगा रखा है यहां पर कोई भी न आए आए तो सरकार से ऑडर पास के बा ले डारेक्टर एक दिन में अपने कुछ कर्मचारी के साथ उस जगह को देखता है और फिर उस मकान का ऑडर पास करने में लग जाता है डारेक्टर बहुत ही रूल्स बताता है और सारी सेफ्टी भी सरकार को बताता है फिर सरकार मन जाती है और ऑडर पास हो जाता है फिर बो एक ऑफर निकलबाता है और सारे सहर में बटबाता है और उस ऑफर में साफ लिखा था अगर कोई उस मकान में एक रात गुजार ने तो उसे 5 लाख रुपए दिए जाएंगे फिर ये सारी बात सुन कर 10 लोग लालच में आ जाते है और 5 लड़किया और 5 लड़के उस कंपटीशन में होते है फिर डारेक्टर उन्हे सारी शर्त समझने लगता है की एक एक करके आप सभी को उस रूम में जाना और गा और तुम्हारे हाथ पर एक ब्रेसलेट है जिसकी बटन दबाकर अगर कोई बाहर आन चाहे तो आ सकता है और अगर कमरे में कमरा लगा हुआ है जिसे लाइव बहुत सारे लोग देख रहे हो गय फिर सबको एक चित दी जाती है और उसी के हिसाब से रूम में जाना होता है और रूम में जाने के बाद रूम का ताला लगा कर चाबी को बाहर फेकना होगा ये आप सब लोगो को रूम में जाकर 15 में के बाद ही करना है ये सब बात सुन कर एक चिट लेकर अपने रूम में जाते है और रूम में खाने और पानी की बिबस्ता की जाती है और बो लोग खाना खाते है उन्हे इस लग रहा था सैयद आज के बाद बो कभी भी न खा पाए इसलिए खाना खा कर दरवाजा का ताला लगते है और चाबी बाहर देख देते है बो दरवाजे ऑटोमैटिक थे ब्रेसलेट की बटन दबाते ही बो दरवाजे अपने आप खुल जाएंगे लेकिन ये बात उन लोगो को नही मालूम होती है तभी लाखो लोग ये मौत की घटना को देख रहे थे तभी एक लड़की अचानक से चीखने लगती है और इधर उधर भागती है कुछ देर में जमीन में गिर जाती है और पीछे चल रही होती है लेकिन कैमरा में कुछ भी नही दिख रहा होता है और फिर बो बेहोश हो जाती है और लाइव देखने बालो के दिल की धड़कन रुक जाती है और तभी एक कमरे से एक लड़का अपना सर दिवाल में मार रहा होता है और कुछ देर में मर जाता है तभी एक लड़का अपने हाथो से अपने फेस को बहुत दूरी तरह से दबोचता है अपने फेस के पूरी खाल को उदेध लेता है लेकिन किसी को समझ में नही आ रहा था की ये कोन कर रहा है तभी एक लड़की अपने आप हवा में उधती हुई दिखाई देती है बो कभी इस कमरे में तो कभी उस कमरे में जाती है और दिवाल से टकरा कर मर जाती है तब सब लोग समझ जाते है ये सब आत्मा ही करवा रही है लेकिन देखने बालो की भी हालत खराब होती है लाइव चल रहा सरकार उसे रुकबती है और रात के समय कोई भी अंदर नही जा रहा था डर की वजह से फिर सुबह होते ही बो सब लोग अंदर जाते है और सारे लोग मर चुके होते है फिर सब की लास बाहर निकली जाती है और अंतिम संस्कार किया जाता है और डारेक्टर को सारे लोगो के घर बाली को पैसे देने होते है और सरकार उसे जेल में डाल देती है डारेक्टर की बाकी का जीवन जेल में ही बीतता है और सरकार हमेशा के लिए उस जगह पर आने के लिए सबको मना करती है अगर कोई उदर जाने की कोशिश करता है तो उसे 10 हजार रुपए का चालान भरना हो गा वैसे भी हर किसी को अपनी जान प्यारी है और कोई भी मरना नहीं चाहता है यही पर लाशों का खेल समाप्त होता है और कहानी अच्छी लगे तो कमेंट करे और शेयर करें
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