कब्रिस्तान की चुडैल
आज एक न्यू कहानी लेकर आए है जो लोग हॉरर कहानी को पसंद करते है बो इसे जरूर पढ़े एक कॉलेज में चार दोस्त थे जो एक ही क्लास में पढ़ते थे और बो आज के टाइम के थे जो भूतो को नही मानते थे कॉलेज के पास में ही एक कब्रिस्तान था एक रात को बो चारो कब्रिस्तान जाने का फैसला करते है बो अपने साथ टॉर्च और माचिस को लेकर जाते है बो कब्रिस्तान के बाहर होते है और बो अंदर जाने के लिए बाहर से देख रहे थे की कुछ है या नही फिर उन्हे किसी के रोने की आवाज सुनाई देती है लेकिन बो ध्यान नही देते है फिर बो कब्रिस्तान का गेट खोल कर अंदर चले जाते है है रात काफी ज्यादा थी और चारो तरफ अधेरा था तभी किसी के फुसफुसाहट की आवाज सुनाई देती है और फिर तो राजू टॉर्च से देखता है एक कब्र के पास एक आदमी बहुत ही उधास है और बो बहुत ही संता लग रहा था तभी हम चारो उस आदमी के पास जाते है और उससे पूछते कोन हो भाई और इतनी रात को कब्रिस्तान में क्या कर रहे हो बो फिर बताता है की मेरा नाम सचिन है और मेरी एक्सीडेंट में मौत हो गई मेरे घर बालो ने मुझे इस कब्रिस्तान में लगा दिया गया इस कब्रिस्तान में एक बहुत ही भयानक चुडैल और बहुत शक्ति शाली है जो हम जैसे लोगो की आत्मा को बस में बना लेती है और हमे बहुत तंग करती है और बो बहुत उधास हो गया तभी रोहित बोला भाई उसे किसी भी तरह से बस में नहीं कर सकते फिर सचिन बताता है सुणपुरी जंगल में एक किताब है जील के पास अगर उस किताब को ले आओ उसमे उसका तोड़ लिखा है फिर बो लड़के उसकी मदद के लिए बहा से उसी जंगल में जाने लगते है और उनके पास समय कम था क्योंकि चार दिन बाद अमावस्या की रात थी उस रात को बो चुडैल अमर हो जाती है बो लड़के शॉर्ट रास्ते से जा रहे थे क्योंकि उन्हें जल्दी वापस लौट कर आना था फिर उस जंगल के अंदर घुसते ही उन्हें एक कंकाल मिलता है और बो लड़के उससे सारी बात बता देते है बो कंकाल उन्हें एक पीपल के पेड़ के पास ले जाता है और बोलता तुम लोग इन पीपल के पत्ते ले लो और बो पत्ते तुम्हारी मदद करेंगे और तुम्हे किसी भी बुरी सक्ति से बचाए गए फिर बो पत्ते ले लेते है और कंकाल वापस चला जाता है बो लोग चलते चलते जंगल के बीच पहुंच जाते है उन्हे जीलेभी भी नही दिखाई दे रही थी फिर बो लड़के खड़े हो कर आवाज को सुनते है तो उन्हे जील की आवाज आस पास ही लग रही थी फिर बो जील के पानी की आवाज सुनकर उसी दिशा में चलने लगते है फिर कुछ देर चलने के बढ़ उन लोगो को जील मिल जाती है लेकिन बो किताब कही भी नही दिख रही थी फिर बो लोग कुछ देर तक और आगे चलते है फिर उन्हे एक आम का पेड़ दिख रहा था जो बहुत अजीब लग रहा था फिर मोहित को एक तेज रोशनी देखती है जो जील के अंदर से आ रही थी और मोहित हो तैरना भी आता था फिर बो उस जील के अंदर तैर कर चला जाता है और। बो रोशनी एक बॉक्स से आ रही थी फिर बो उस बॉक्स के ऊपर एक पीपल का पत्ता रखता है और फिर बो बॉक्स अपने आप खुल जाता है और उसमे से एक किताब निकल आती है और लोग उस किताब को पढ़ते है और उस चुडैल का तोड़ मिल जाता है फिर बो लोग उसी कब्रिस्तान में वापस आ जाते है और आज अमावस्या की रात थी बो चुडैल भी जरूर आती है फिर बो लोग किताब को पढ़ने लगते है और मंत्र का जाप करते है बो चुडैल आ जाती है बो बहुत ही गुस्से में थी और बो उस चुडैल को देखते तो दर जाते है क्योंकि बो बहुत भयानक लग रही थी और उसकी आंखे बहुत लाल और उसके नाखून बहुत बड़े थे और बो गुस्से से चिल्लाने लगी और अपनी शक्ति का इस्तेमाल करने लगी लेकिन उन लड़को पर उसकी शक्ति का असर नही हो रहा था क्योंकि उसके पास पीपल के पत्ते थे फिर कुछ ही देरी में उसकी शक्ति कम हो जाती है और चुडैल पूरी तरह से घुटनों के बल आ जाती है और अपनी गलती मान लेती है की उसने बहुत लोगो के साथ गलत किया है तब कब्रिस्तान के सभी आत्मा बहुत खुश थी क्योंकि उन्हें आजादी मिल गई थी और बो लड़के अपने लौट आते है आत्मा उसका अहसान कभी नही भूलती है और फिर बो लडकी आराम से रहते है कहा जाता है मरने के बाद हर कोई बुरा ही नहीं बनता बहुत अच्छे भी बनते है। कहानी अच्छी लगी हो जरूर बताएं और कमेन्ट करे
Thanku